जवागल श्रीनाथ का जन्म 31 अगस्त 1969 को कर्नाटक के मैसूर जिले में मध्य वर्गीय परिवार में हुआ था |इनको बचपन से ही क्रिकेट से बहुत लगाव था |अपनी स्कूल और collage के दौरान क्रिकेट में भाग लेते थे | मैसूर के श्री जयचामाराजेद्र कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से 2 साल की इंजीनियरिंग डिग्री प्राप्त किये थे |
जवागल हमारे देश के महान गेंदवाज थे |इनकी गेंदबाजी ना केवल हमारे देश में बल्कि विदेशो में भी बहुत लोकप्रिय है |
आज जवागल श्रीनाथ जी के जन्म दिन के अवसर पर जानते है उंसी जूरी पांच राज –
(1) पूर्व भारतीय क्रिकेटर और सबसे तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ ने एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में 300 से भी ज्यादा विकेट लिए थे | ये पहले राज्य से चुनने वाले चयनकर्ता के द्वारा पहली बार 1989 -90 कर्नाटक से हैदराबाद के विपक्ष में खेले थे यहाँ उनका प्रदर्शन काफी अच्छा रहा |दूसरी बार लगातार गेंदों पर विकेट लिए 6 मैचो में 25 विकेट ले कर सीजन पूरा किये यही से ऑफ द मैच चुने गए | गेंदबाजों में ICC प्लेयर रेंकिंग में इनकी 8 वी स्थान है |
(2) जवागल श्रीनाथ टेस्ट मैच में 200 विकेट लेने वाले दुसरे तेज गेंदबाजों में से एक है |1992 में ओडीआई और टेस्ट क्रिकेट में पहला मैन ऑफ द मैच पुरस्कार मिली | गेंदबाजों में ICC प्लेयर रेंकिंग में इनकी 8 वी स्थान है |
(3) इन्होने अपने जीवन में 1992,1996,1999,2003 तक 4 विश्व कप खेले जिसमे कुल 44 विकेट ले कर रिकॉर्ड बनाये है |300 वनडे विकेट लेने वाले दुसरे भारतीय गेंदबाज थे |
(4) जवागल श्रीनाथ , जहीर खान और कपिल देव के बाद तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले लिस्टों में आते है |1999 में इन्हें अर्जुन खेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था |
(5) 2003 में दक्षिण अफ्रीका में हुए विश्व के अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट के दौरान इन्होने क्रिकेट से संन्यास ले लिए |
जवागल श्रीनाथ ने अपने जीवन में दो विवाह किये ,पहली विवाह 1999 में ज्योतिस्ना से किये इनसे तलाक हो जाने के बाद|इनकी दूसरी विवाह 2008 में पत्रकार माधवी पतरावली से हुई |वर्तमान में श्रीनाथ जी आईसीसी मैच रेफरी है |